किसी चेहरे से मायूसी हटा सकूँ,तो बड़ी बात होगी।
किसी रोते को हँसा सकूँ,तो बड़ी बात होगी।
अपने लिए तो ‘प्रभा’ हर कोई जीता है,
किसी और के लिए जी सकूँ तो बड़ी बात होगी….
किसी चेहरे से मायूसी हटा सकूँ,तो बड़ी बात होगी।
किसी रोते को हँसा सकूँ,तो बड़ी बात होगी।
अपने लिए तो ‘प्रभा’ हर कोई जीता है,
किसी और के लिए जी सकूँ तो बड़ी बात होगी….
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