नई शुरुआत

चलो, फिर से नई शुरुआत करें।

जो रूठ गए हैं, उनसे कोई बात करें।

नाराज़गी की ख़ुश्की ठहर नहीं पाएगी,

जब जज़्बातों की बारिश बरस जाएगी।

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