शिकायत मुझे दुनिया से नहीं, ख़ुद से शिकायत है। दुनिया Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
ख़बर सही और गलत में फ़र्क करना सीख लो, अखबार Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
तलब चाय का जादू हर सुबह परवान चढ़ता है। शाम Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
एतबार इज़हार तो करो! दिल में जो भी है,इकरार तो Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
दर्द बेवज़ह यूँ मुस्कुराने से क्या हासिल होगा, दिल का Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
मुस्कुराहट मुझे तुम न कहो मुस्कुराने को, मैं हँसती भी Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
वक्त अगर कभी वक्त मिले,दिल की किताब पढ़ लेना। धुँधले Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
सुकून शाम के साहिलों पर ज़िंदगी सुकून पाती है, सुबह Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
हौंसला ज़िंदगी तूने मुझे जीने का फ़लसफ़ा सिखाया, ख़्वाब को Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022
एक लम्हा एक लम्हा चुराया है वक्त से मैंने, एक फूल Read More » डॉ.कविता सिंह 'प्रभा' No Comments August 2, 2022