चाय का जादू हर सुबह परवान चढ़ता है।
शाम होते ही सैलाब बनकर तलब के दायरों को तोड़ देता है।
चाय का जादू हर सुबह परवान चढ़ता है।
शाम होते ही सैलाब बनकर तलब के दायरों को तोड़ देता है।
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